बीएसएनएल के रिटायर्ड एजीएम हाजी शकील का इंतकाल.. शोक की लहर

True स्टोरी परिवार उन्हे खिराजे अक़ीदत पेश करता है। मुज़फ्फरनगर ।शहर के वरिष्ठ समाजसेवी और बीएसएनएल के रिटायर्ड एजीएम हाजी शकील के इंतकाल की ख़बर ने पूरे शहर को ग़मज़दा कर दिया है। वह न सिर्फ़ सरकारी सेवाओं में अपनी ईमानदारी और लगन के लिए जाने जाते थे, बल्कि सेवानिवृत्ति के बाद भी समाजी व तालीमी गतिविधियों में सक्रिय रहे। हाजी शकील उर्दू डेवलपमेंट ऑर्गेनाइजेशन (UDO) से लंबे समय से जुड़े हुए थे और संगठन के सक्रिय सदस्य के रूप में उर्दू ज़बान और तालीम के फरोग के लिए अहम योगदान देते रहे। उनके निधन को साहित्यिक और समाजी हलकों में बड़ी कमी के तौर पर महसूस किया जा रहा है। अचानक बिगड़ी तबीयत परिजनों से मिली जानकारी के अनुसार, आज सुबह फ़ज्र की नमाज़ के बाद हाजी शकील की तबीयत अचानक बिगड़ गई थी। उन्हें फ़ौरन डॉक्टर निसार के क्लिनिक पर भर्ती कराया गया, जहां तमाम कोशिशों के बावजूद उनका इंतकाल हो गया। शहर में शोक़ की लहर... हाजी शकील के इंतकाल की इत्तला मिलते ही शहर के अज़ीज़ो-अक़ारिब, दोस्त और जानने वाले उनके दौलतख़ाने पहुँचने लगे। मोहल्ले और शहरभर में रंजो-ग़म का माहौल है। उनकी शख्सियत को ईमानदार, ...