कोरोना महामारी से बचने के लिए लोग लोक डाउन का पालन कर रहे है।इस संकट की घड़ी में समाज सेवी संस्थाये, गरीब लोगों की मदद के लिए आगे बढ़कर हिस्सा ले रही है के ,कोई भूखा ना रहे,जानसठ कस्बे की संस्था ग्रेट थिंक फाउंडेशन भी अपने अख़लाक़ी फ़र्ज़ को अंजाम देने के लिए आगे आयी है
नईम चौधरी
जानसठ कस्बे की संस्था ग्रेट थिंक फाउंडेशन भी अपने अख़लाक़ी फ़र्ज़ को अंजाम देने के लिए आगे आयी है। कस्बा जानसठ,गांव कवाल,दहखेडी, काटका,बहड़ा आस्सा,सराय,वाजिदपुर,पीमोडा,चितोडॉ, आदि गाँव मे घर घर जाकर जाकर गरीब परिवारों को राशन किट दे रहे है, संस्था के अध्यक्ष के सुहेल अहमद ने बताया कि लोक डाउन के दौरान ,गरीब असहाय रोज कमाने खाने वाले दिहाड़ी मजदूरों, बेहद परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। हमने ऐसे ज़रूरत मन्द लोगो की निशान देहि की है जो इमदाद के मुस्तहिक़ है। जरूरतमंद मध्यमवर्गीय 50 परिवारों को दैनिक उपयोग करने वाली राशन सामग्री में चावल आटा दाल सरसों का तेल आलू मसाले वगैरा किट लोगों को वितरित किए गए हैं । अहमद ने कहा कि जब से लोक डाउन की घोषणा हुई है हम अपने परिवार और मित्र बंधुओं के सहयोग से जरूरतमंदों की सेवा निरंतर करने का प्रयास कर रहे हैं । हमारी ये धारणा है कि जरूरतमंद व्यक्ति की सेवा करना मानवता के कार्य है बिना फल की इच्छा किए सेवा भाव से करना ही सबसे बड़ी इबादत है ,हम , इसलिए हम रात दिन में जरूरतमंद तक सहायता सामग्री उनके दरवाजे तक पहुचा रहे हैं इसके लिए हमने मुस्तहिक़ इमदाद परिवार की पहले ही लिस्ट बना रखी है । कोशिश रहेगी कोई भी महरूम न रहे। संस्था यह कार्ये बिना जाति धर्म देखे कर रही है। यह सिलसिला लोक डाउन खत्म होने तक चलता रहेगा ।रमज़ान में ये तादाद और बढ़ेगी ऐसी उम्मीद है,। संस्था के सदस्य आमिर अंसारी मो यासीन मो आकिल मो आबिद मो जुबैर मो शाहदाब मो मेहताब मो आज़ाद मो सद्दाम मो आरिफ , आदि मिलकर दिन रात मेहनत कर रहे है।