रमज़ान माह की बरकत से जल्द कोरोना मुक्त होगा बुगरासी : मुस्लिम विद्वान
बुलन्दशहर/बुगरासी (शब्बीर अहमद सैफी/यतेंद्र त्यागी):
कोरोना वायरस ने जिस तरह से बुगरासी क्षेत्र में अपने पैर जमाने शुरू किये थे वैसे ही प्रशासन व चिकित्सीय टीम के साथ साथ कस्बे की जनता के सहयोग से बुगरासी से कोरोना वायरस का खात्मा होता दिख रहा है। कस्बे के तीन चौथाई मरीज़ों का ठीक होकर अस्पताल से छुट्टी मिलना और किसी नये मरीज़ का न मिलना कस्बेवासियों के लिये काफ़ी सुखद है।
उलेमाओं के अनुसार रमज़ान उल मुबारक की बरकत से कस्बा जल्दी ही कोरोना से मुक्त होगा और फिर से कस्बे में चहल-पहल और खुशहाली वापस लौटेगी। मुस्लिम विद्वानों ने ट्रू स्टोरी से बात करते हुए बताया कि इसके पीछे लोगों की दुआओं का असर बताया।
मौलाना मोहम्मद यूसुफ का कहना है कि कस्बे से एक महिला के संक्रमित होने के बाद लगातार मरीज़ों की लाईन सी लग गई। हैरान और परेशान कस्बेवासियों ने रोज़ा रखकर दिन-रात इबादत की और इस मुसीबत से निजात की दुआ मांगी। अल्लाह ने सभी की दुआएं सुन ली और कस्बे के ज्यादातर मरीज़ ठीक होते जा रहे हैं।
हाफ़िज़ उस्मान खान कहते हैं कि रमज़ान में इफ्तार और तहज्जुद का खास महत्व है। इस दौरान मांगी गई दुआएं अल्लाह कुबूल करता है। कोरोना से मुक्ति के लिये घरों में क़ैद लोग दोनों वक़्त गिड़गिड़ाकर दुआएं मांग रहे हैं और अल्लाह उनकी दुआएं सुन भी रहा है।
शहर काज़ी सैयद ज़फरुल इस्लाम का कहना है कि कोरोना बीमारी के रूप में हमारे गुनाहों के बदले अल्लाह की नाराज़गी है। हम रमज़ान में रोज़े का अहतमाम कर क़ुरआन की तिलावत करें और अपने गुनाहों से तौबा कर अल्लाह को राज़ी करें। अल्लाह जल्दी ही कोरोना को खत्म कर कस्बे को ग्रीन ज़ोन में बदलेगा।
मुफ़्ती सैफुल्लाह खान ने बताया कि रमज़ान उल मुबारक का पहला अशरा (10 दिन) रहमत और बरकत वाला होता है। अल्लाह की रहमत से कस्बे से कोरोना के 14 मरीज़ ठीक हो चुके हैं। रमज़ान की बरकत से जल्दी ही 2 मरीज़ भी स्वस्थ होंगे और बुगरासी कोरोना मुक्त होगा।