रोहटा पुलिस ने लॉक डाउन के नाम पर आम जनता पर बरपाया कहर
एक की टांग तोड़ी तो दूसरे की बाजू
पुलिस की पिटाई से दो युवक घायल।
रोहटा शुक्रवार को रोहटा थाना के रोहटा गांव में एक सब्जी विक्रेता के कोरोना पॉजिटिव पाये जाने के बाद थाना पुलिस का ग्रामीणों पर कहर बनकर टूटा। गांव निवासी अफजाल पुत्र लियाकत अपने चचेरे भाई दानिश पुत्र असलम को करीब तीन बजे दोपहर को बाइक पर सवार होकर गांव में ही चिकित्सक के दवाई लेने के लिए गया था। इसी बीच थाना रोहटा में तैनात दो पुलिसकर्मियों ने दोनों युवकों को रोक लिया और बिना कुछ पूछताछ किये डंडों से मारना शुरू कर दिया, जिससे दोनों युवक गम्भीर रूप से घायल हो गए। पुलिस के बर्बता से पीटने के चलते ग्रामीण इकट्ठा हो गए और उन्होंने होमगार्ड द्वारा इस तरह बर्बरतापूर्वक पीटने का विरोध किया। ग्रामीणों के विरोध के चलते होमगार्ड मौके से खिसक लिए। खबर मिलने पर युवकों के घर वालों ने गाड़ी से घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया, जहाँ पर दोनों युवकों का इलाज चल रहा हैं। युवकों के घर वालों ने जानकारी देते हुए बताया कि होमगार्ड की जबरदस्त पिटाई से अफजाल की टांग टूट गयी तथा दानिश का हाथ की हड्डी के टूटने से हाथ मे प्लास्टर चढ़वाया गया हैं। युवकों के परिजन थाने में दोनों होमगार्ड की शिकायत लेकर पहुंचे, किंतु तहरीर नही दे पाए। परिजनों से थाना प्रभारी उपेंद्र सिंह ने कल यानी रविवार को मिलने की बात कही हैं। गौरतलब है कि थाना रोहटा में उक्त होमगार्डो की पहले भी की शिकायत ग्रामीणों द्वारा की गई हैं, दोनों होमगार्ड द्वारा की गई इस घटना से ग्रामीणों में रोष व्याप्त हैं, जिससे शनिवार को होमगार्ड द्वारा युवकों की पिटाई से ग्रामीणों में और गुस्सा व्याप्त हो गया हैं। परिजनों ने बताया कि दोनों रोजे रखे हुए थे, उन्होंने होमगार्ड से खूब मिन्नत की किंतु तब भी नही माने। कुल मिलाकर शनिवार को लौटा पुलिस ने लॉक डाउन के नाम पर जहां आम जनता पर कहर बरपाया वहीं स्वास्थ्य कर्मियों को भी नहीं बख्शा गया।
अहमद हुसैन
True story
फोटो में पुलिस के कहर का शिकार दोनों युवक