डिलीवरी के बाद महिला को सुभारती अस्पताल ने दिया जीवनदान
मेरठ। चिकित्सीय क्षेत्र में विश्वस्तरीय आधुनिक सुविधाओं व सेवाभाव से कार्य कर रहे छत्रपति शिवाजी सुभारती अस्पताल ने शहर के कंकरखेड़ा निवासी 22 वर्षीय एक महिला को डिलीवरी होने के बाद पेट में खून जमा होने पर रेफर होकर सुभारती अस्पताल में पहुंचने पर तुरन्त उपचार कर ऑपरेशन करते हुए जीवनदान दिया है।
सुभारती अस्पताल के चिकित्सा उपाधीक्षक डा. कृष्णा मूर्ति ने बताया कि बेहद गंभीर स्थिति में शहर के एक निजी अस्पताल से रेफर होकर एक महिला सुभारती अस्पताल में भर्ती हुई। मरीज ने तीन दिन पूर्व ही शिशु को जन्म दिया था और मरीज के पेट में खून जमा हो गया तथा किडनी व लीवर फेल होने की स्थिति में पहुंच गये। उन्होंने बताया कि सुभारती अस्पताल में भर्ती होते ही प्रसूति विभाग की टीम ने क्रिटिकल केयर विशेषज्ञ डा. उमर नौशाद व डा. ममता त्यागी के नेतृत्व में मरीज का तत्काल उपचार आरम्भ किया। उन्होंने बताया कि स्थिति अधिक बिगड़ने के कारण मरीज को एक दिन वेंटिलेटर की स्पोर्ट पर रखना पड़ा साथ ही पेट में खून जमा होने के कारण संक्रमण तेजी से फैलने लगा और किडनी व लीवर खराब होने लगे। उन्होंने बताया कि डाक्टरों ने पेट खोलकर अंदर से सफाई की और खून चढ़ाकर मरीज को स्थिर किया। मरीज को लगातार 24 घण्टे विशेष निरीक्षण व उपचार देने के बाद अब वह पूरी तरह से स्वस्थ हो चुकी हैं। उन्होंने डा. उमर नौशाद, डा. ममता त्यागी, डा. मानवी, डा.यामिनी, डा. पलक दीप, डा. गौरव, डा.सायमन समेत पूरी टीम को बधाई देते हुए मरीज को अपनी शुभकामनाएं दी।
सुभारती अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डा.जे.पी.सिंह ने कहा कि सुभारती अस्पताल में रोगियों का उपचार सेवाभाव एवं मानवीय संवेदनाओं के साथ किया जाता है। उन्होंने बताया कि सुभारती अस्पताल में दिल्ली-मुम्बई जैसे बड़े अस्पतालों की भांति विश्वस्तरीय आधुनिक तकनीक एवं सुविधाएं 24 घंटे उपलब्ध है जो चिकित्सीय सेवाओं को सर्वसुलभ बनाकर जनमानस को लाभान्वित कर रही है। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार गंभीर स्थिति की महिला रोगी को वेंटिलेटर से वापस लाकर पेट से खून व संक्रमण को खत्म करके जान बचाई गई है यह बड़े गर्व की बात है। उन्हांने समस्त डाक्टर एवं रोगी को अपनी शुभकामनाएं दी।