छात्रों को किया कुष्ठ रोग के प्रति जागरूक
-समय से उपचार कराने पर कुष्ठ रोग से छुटकारा संभव
मेरठ। कुष्ठ रोग के प्रति आम लोगों से लेकर छात्रों तक जागरूक करने के लिए स्वास्थ्य विभाग लगातार प्रयास कर रहा है। इसी कड़ी में खरखौदा के मेजर आशाराम स्मारक इंटर कॉलेज में पपेट शो का आयोजन किया गया, जिसमें तीन सौ छात्र-छात्राओं ने भाग लिया। कठपुतली (पपेट) शो के माध्यम से बताया गया कि समय से उपचार कराने पर कुष्ठ रोग से छुटकारा मिल सकता है। इससे घबराने की आवश्यकता नहीं है।
जिला कुष्ठ रोग अधिकारी डा. कमलेश चन्द्र तिवारी के निर्देशन में सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र खरखौदा के तत्वावधान में आयोजित कठपुतली शो दिखाने वाले अरविंद ने अपनी कला के माध्यम से संदेश दिया कि कुष्ठ रोग कोई अभिशाप नहीं है। इसका उपचार संभव है, बस थोड़ी सी सावधानी बरतने की आवश्यकता है। कठपुतली व माइक के माध्यम से छात्र छात्राओं को बताया गया कि कुष्ठ रोग माइकोबैक्टीरियम लेप्रे नामक जीवाणु से होता है। यह अनुवांशिक रोग नहीं है। यह भी बताया गया कि यह गलत धारणा है कि कुष्ठ रोग पूर्व जन्म में किए पापों का फल है। यह एक बीमारी मात्र है, जिसका उपचार संभव है। कुष्ठ रोग होने पर शरीर पर हल्के रंग के दाग धब्बे हो जाते हैं, जिसमें सुन्नपन होता है। यह तंत्रिकाओं, त्वचा और आंखों को प्रभावित करता है। हाथ या पैरों में अस्थिरता या झुनझुनी होती है। शो के माध्यम से यह भी बताया गया कि कुष्ठ रोग का उपचार मल्टी ड्रग थेरेपी (एमडीटी) द्वारा संभव है। छात्रों को यह संदेश देने का प्रयास किया गया कि अगर इस प्रकार के लक्षण किसी भी व्यक्ति में दिखाई दें तो पास के स्वास्थ्य केन्द्र पर सम्पर्क कर उसका उपचार करायें। जिला कुष्ठ रोग अधिकारी ने बताया, जिले भर में कोरोना का संक्रमण कम होने पर जागरूकता अभियान आरंभ कर दिया गया है, जिससे कुष्ठ रोग के प्रति अधिक से अधिक लोग जागरूक हो सकें। उन्होंने बताया कुष्ठ रोग का उपचार सरकार की ओर से पूरी तरह निशुल्क किया जाता है।