उर्दू विभाग में हुआ मुशायरा व कवि सम्मेलन का आयोजन
मेरठ। चौधरी चरण सिंह के उर्दू विभाग एवं आयूसा के संयुक्त तत्वावधान में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर आॅनलाइन मुशायरा व कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया। जिसकी अध्यक्षता डा. रेशमा परवीन लखनऊ ने की। मुख्य अतिथि के रूप में महिला प्रकोष्ठ की अध्यक्षा प्रो. बिन्दू शर्मा उपस्थित रहीं। स्वागत भाषण फरहा नाज और संचालन के दायत्व डा. अलका वशिष्ठ ने निभाए।
इस अवसर पर आयूसा की अध्यक्षा डा. रेशमा परवीन ने सभी को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस की बधाई देते हुए कहा कि आज महिलाएं हर क्षेत्र में सफलताओं के नये आयाम स्थापित कर रही हैं, वह ना केवल अपने घर बल्कि, बाहरी जिम्मेदारियां भी भली भांति निभा रही है। अवसर मिले तो महीलाएं कुछ भी कर सकती हैं। प्रो. बिन्दू शर्मा ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि यह बहुत ही अच्छा है कि आज नारी अपनी शक्ति को पहचान रही है, उन्होंने ना केवल समाज के उत्थान में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई बल्कि, साहित्य में भी उनका अहम योगदान रहा है और इसकी अच्छी मिसाल कुर्रतुलएैन हैदर और इसमत चुगताई हैं, जिन्होने अपने साहित्य में नारी उत्पीड़न के खिलाफ खूब लिखा। आज साहित्य में काफी बदलाव आ गया है, आज महिलाएं भी निरंतर अपने आप को नये परिवेश में ढ़ालते हुए अपना रास्ता खुद बनाने की कोशिश कर रही हैं और सफलता पा रही हैं। प्रो. महजबीं नज्म मैसूर, रोमाना रूमी, डा. जूही बैगम इलाहाबाद, डा. फरहीन इकबाल दिल्ली, दरख्शा खातून लखनउ, डा. रमीशा कमर गुलबर्गा, स्वाति शर्मा मेरठ, सुशीला शर्मा मुजफ्फरनगर आदि ने भी अपनी रचनाऐं प्रस्तुत कर समा बांधा। इस अवसर पर प्रो. असलम जमशेदपुरी, आरिफ नकवी जर्मनी, डॉ. आसिफ अली, डॉ. इरशाद स्यानवी, सईद अहमद सहारनपुरी, मुहम्मद शमशाद, फैजान जफर आदि आॅनलाइन उपस्थित रहें।