जो जीवन को सरल बनाता, वो विज्ञान कहलाता है: डा. जसबीर कौर
-भारतीय विज्ञान संचारक समूह द्वारा किया गया एक विज्ञान संध्या का वर्चुअल आयोजन
मेरठ। भारतीय विज्ञान संचारक समूह द्वारा रविवार शाम एक विज्ञान संध्या का आयोजन वर्चुअल किया गया, जिसमें देश भर से विज्ञान पर कविता, गीत को गुनगुनाया गया।
कार्यक्रम का संचालन कर रही गीता सचदेवा ने परमाणु संरचना पर गीत प्रस्तुत किया, उसके बाद दिल्ली की कवयित्री डॉ. जसबीर कौर ने जीवन और विज्ञान पर आधारित कविता का पाठ किया। बोल थे-'जीवन सरल बनाता वो विज्ञान कहलाता, विज्ञान ने ऐसा काम किया, जो अनजान था उसको नाम दीया माला'। शशि कौशिक ने भी विज्ञान पर कविताओं को गुंजायमान किया।इस अवसर पर भारतीय विज्ञान संचारक समूह के संस्थापक देवरिया के अनिल त्रिपाठी, सौरभ त्रिपाठी, मतीन अंसारी, आनन्द सहित काफी लोगों ने विज्ञान संध्या का आनन्द लिया।
अध्यक्षता कर रहे दीपक शर्मा ने भी विज्ञान को कविता के माध्यम से शब्दो में पिरोया। उन्होंने कहा कि
खुली नजर से देखो, मित्रो खोलो मन के द्वार, जो हैं जैसा वैसा क्यूं हैं इस पर करो विचार। गीता सचदेवा ने बताया कि विज्ञान संध्या की शुरूआत सबसे पहले 2015 में नौचंदी पटेल मंडप में दीपक शर्मा की सोच के साथ प्रगति विज्ञान संस्था द्वारा की गई थी।