अधिवक्ताओं का धरना हुआ समाप्त
फरीद अंसारी
जानसठ। जानसठ तहसील में व्याप्त भ्रष्टाचार को लेकर अधिवक्ताओ द्वारा दिए जा रहे धरने का एसडीएम द्वारा वार्ता के निमंत्रण पर समापन हो गया। धरना स्थल पर क्षेत्रीय विधायक विक्रम सैनी, भाकियू टिकैत के जिलाध्यक्ष योगेश शर्मा, भाकियू तोमर के जिलाध्यक्ष अखिलेश चौधरी सहित भाकियू के ब्लॉक अध्यक्ष जोगेंद्र सिंह और सैकड़ों भाकियू कार्यकर्ताओं की मौजूदगी में एसडीएम अभिषेक कुमार और तहसीलदार संजय सिंह धरना रत अधिवक्ताओं के बीच मंच पर पहुंचे और वार्ता के लिए आमंत्रित किया, जिसके बाद धरना समाप्ति की घोषणा हो गई। इससे पूर्व विधायक विक्रम सैनी ने अपने संबोधन में कहा कि भ्रष्टाचार में लिप्त अधिकारियों की वीडियो बनाओ और मुझे भेज दो। उन्होंने कहा कि मेरी विधानसभा में कोई भ्रष्ट अधिकारी नहीं रह पाएगा और उसको पूरब का रास्ता दिखा दिया जाएगा। तहसील जानसठ में व्याप्त भ्रष्टाचार के मुद्दे को लेकर बार संघ अधिवक्ताओं ने सोमवार को अनिश्चितकालीन धरने की घोषणा की थी। धरने के दूसरे दिन ही भारतीय किसान यूनियन टिकैत और भाकियू तोमर के कार्यकर्ता अधिवक्ताओं के बीच पहुंच गए थे और भ्रष्टाचार के खिलाफ चलाए जा रहे अधिवक्ताओं के धरने को अपना समर्थन देने की घोषणा की थी जिसके बाद से प्रशासन हरकत में आया और अधिवक्ताओं के साथ वार्ता के लिए एसडीएम ने निमंत्रण पत्र भेजा। एसडीएम अभिषेक कुमार ने मंच से कहा कि सभी समस्याओं का समाधान बातचीत के जरिए किया जाता है और बार संघ के अधिवक्ताओं के साथ वार्ता कर इस समस्या का समाधान भी किया जाएगा।
भाकियू टिकैत के जिलाध्यक्ष योगेश शर्मा और भाकियू तोमर के जिलाध्यक्ष अखिलेश चौधरी ने कहा कि यदि 15 दिन में कोई समाधान नहीं होता तो तहसील में अनिश्चितकालीन धरना आरंभ करते हुए तालाबंदी कर दी जायेगी।
। बार संघ के सचिव प्रमोद शर्मा ने धरना समाप्ति की घोषणा करते हुए कहा कि भ्रष्टाचार के मुद्दे पर ही वार्ता की जाएगी।