ताड़का वध की लीला का हुआ सुंदर मंचन
फरीद अंसारी
जानसठ।कस्बे में चल रही रामलीला में बुधवार को ताड़का वध की लीला का सुंदर मंचन किया गया। हालांकि बूंदाबांदी होती रही लेकिन भक्तों ने श्री राम की लीला का भरपूर आनंद लिया।
बुधवार को प्राचीन रामलीला मोहल्ला मिश्रण में स्थानीय कलाकारों के द्वारा ताड़का वध की लीला का सुंदर मंचन किया गया। मंचन के दौरान दिखाया गया कि वन में असुरों के अत्याचार से परेशान महर्षि विश्वामित्र राजा दशरथ से राम-लक्ष्मण को मांगने जाते हैं। राजा दशरथ बहुत अनमने ढंग से राम-लक्ष्मण को विश्वामित्र के साथ भेजते है।
गुुरु के साथ जंगल जाते समय राम अहिल्या का उद्धार करते हैं। रामलीला का यह मंचन देख भक्त भाव विभोर हो गए। राम-लक्ष्मण वन में असुरों का संहार करते हैं। ताड़का को मारकर महर्षि के यज्ञ की रक्षा करते हैं।
ताड़का वध होते ही पंडाल में उपस्थित भक्त प्रभु श्रीराम के जयकारे लगाते हैं। इस दौरान पूरा माहौल भक्तिमय हो गया।
इस दौरान समिति के अध्यक्ष निशांत कांबोज सोनी कुमार गुर्जर, रामअवतार दीक्षित, अशोक राजपूत, उमाशंकर शर्मा, अमित शर्मा रतन सिंह राजपूत शालू वालिया, सुमित सैनी, प्रदीप राणा, यशदीप शर्मा कैलाश सैनी, प्रमोद, डॉक्टर प्रदीप अमरजीत सैनी ज्ञानचंद सैनी, सहित नगर के गणमान्य लोग मौजूद रहे।