सीएचसी खतौली पर पुरुष नसबंदी पर हुआ उन्मुखीकरण कार्यक्रम
नसबंदी करवा चुके पुरुषों ने नसबंदी के लिए किया प्रेरित
मुजफ्फरनगर। “पुरुष निभाएंगे जिम्मेदारी, परिवार नियोजन में करेंगे भागीदारी” इस थीम पर शनिवार को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) खतौली पर स्वास्थ्य विभाग द्वारा बॉर्बर (नाई) एवं निजी चिकित्सकों का पुरुष नसबंदी पर उन्मुखीकरण किया गया। जिसकी अध्यक्षता परिवार नियोजन की नोडल अधिकारी डॉ. दिव्या वर्मा ने की। कार्यक्रम में प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ. अवनीश कुमार, जिला परिवार कल्याण प्रबंधक डॉ. दिव्यांक दत्त, जिला परिवार कल्याण स्पेशलिस्ट खालिद हुसैन समेत अन्य लोग उपस्थित रहे।
अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी व परिवार नियोजन की नोडल अधिकारी डॉ. दिव्या वर्मा ने बताया - शनिवार को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र खतौली पर पुरुष निभाएंगे जिम्मेदारी, परिवार नियोजन में करेंगे भागीदारी की थीम पर स्वास्थ्य विभाग द्वारा बॉर्बर एवं निजी चिकित्सकों का पुरुष नसबंदी पर उन्मुखीकरण किया गया। जिसमें परिवार नियोजन में पुरुषों की सहभागिता को बढ़ाने पर बल दिया गया और जागरूकता पर जोर रहा। कार्यक्रम में पुरुष नसबंदी के बारे में समाज में जागरूकता लाने, परिवार नियोजन में पुरुषों की भागीदारी बढ़ाने एवं पुरुषों द्वारा पुरुष नसबंदी को स्वीकार करने के लिए प्रेरित करने के उद्देश्य से पुरुषों ने परिवार नियोजन अपनाया, सुखी परिवार का आधार बनाया की अवधारणा का व्यापक प्रचार प्रसार किया गया। जिसमें पहले से नसबंदी करवा चुके पुरुषों ने नसबंदी के लिए प्रेरित किया और पुरुष नसबंदी के फायदे बताए।
जिला परिवार कल्याण प्रबंधक डॉ. दिव्यांक दत्त ने बताया - पुरुषों में नसबंदी कराने को लेकर तमाम तरह की भ्रांतियां व्याप्त हैं, जो सही नहीं है। नसबंदी के बाद से किसी भी तरह की कोई कमजोरी नहीं आती है। बल्कि वैवाहिक जीवन और भी सुखमय हो जाता है। महिला नसबंदी की तुलना में पुरुष नसबंदी बहुत ही मामूली शल्य प्रक्रिया है।
जिला परिवार कल्याण स्पेशलिस्ट ने बताया कार्यक्रम से प्रेरित होकर दो पुरष नसबंदी के लिए तैयार हुए जो तीन दिसबंर को स्वेच्छा से नसबंदी करवाएंगे। इसके साथ ही पहले से नसबंदी करवा चुके पीपलहेड़ा और रतनपुरी गांव के पुरुषों ने अपना तजुर्बा साझा किया और अपने गांव में सभी पुरुषों को नसबंदी के बारे में जागरूक करने का वादा किया।