अपनी जन्म भूमि अयोध्या पर,पाँच सौ वर्षों के वनवास के बाद फिर से पधार रहे हैं श्री राम।।
अपनी जन्म भूमि अयोध्या पर
पाँच सौ वर्षों के वनवास के बाद
फिर से पधार रहे हैं श्री राम।।
मर्यादा खो रहे इस अमर्यादित संसार मे
मर्यादा सिखाने पधार रहे हैं मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम।
बढ़ रहा है धरा पर पाप का बोझ निरंतर
कि रावण रूपी राक्षसों का वध करने पधार रहे हैं श्री राम।।
सफल कर लो इस जीवन को लेकर
चरण रज ,के पधार रहे हैं श्री राम।।
शबरी के बेर बनकर कर दो खुद को समर्पित
कि पधार रहे हैं श्री राम।।
बन जाओ केवट की नैया कि
पार लगा दे श्री राम।।
सुग्रीव की मित्रता सा निश्चल बन जाओ
कि गले से लगा ले श्री राम।।
हनुमान की भक्ति सा ऐसा प्रेम करो कि
जनम मरण के चक्कर से छूट जाए हम श्री राम।
🚩जय श्री राम🚩
मेरी अभिव्यक्ति🙏🏻
शिखा गोयल एडवोकेट
मुज़फ्फरनगर