ईद उल अज़हा पर सामाजिक चिंतक मुर्तज़ा राणा ने मुस्लिमो को दी सावधानी रखने की सलाह
मुसलमान कुर्बानी करते समय सरकारी आदेशों का पूर्णतः पालन करें...प्रतिबंधित जानवरों की कुर्बानी न करें..
UP के मुज़फ्फरनगर मे सामाजिक चिंतक मुर्तज़ा राणा एडवोकेट ने प्रेस को जारी बयान मे कहा की मुस्लिम समाज के लोग बकरीद पर्व पर खास सावधानी बरते। कुर्बानी के पशु की कोई तस्वीर सोशल मीडीया पर शेयर न करें। इस्लाम में कुर्बानी का कोई विकल्प नहीं है। यह एक मजहबी फ़र्ज़ है, जिसका पालन करना हर क्षमता रखने वाले मुसलमान पर ज़रूरी है। जिस व्यक्ति पर कुर्बानी वाजिब है उसे हर हाल में इस फ़र्ज़ को निभाना है। उन्होंने कहा कि ताज़ा हालातों को देखते हुए जरूरी है कि हम मुसलमान स्वयं सावधानी से काम लें।
प्रतिबंधित जानवरों की कुर्बानी से बचें और चूंकि मज़हब में काले जानवर की कुर्बानी जायज़ है। अगर फिर भी खुदा न करे इस मजहबी फ़र्ज़ को निभाने का कोई रास्ता न निकले तो जिस निकटतम आबादी में कोई परेशानी न हो वहां कुर्बानी करा दी जाए।
ज़िलें के मुसलमानों को बकरीद के मौके पर सफाई का विशेष ध्यान रखने की सलाह देते हुए कहा कि जानवरों के अवशेषों को सड़कों, गलियों और नालों में न डालें बल्कि अवशेषों को इस तरह दफ्न कर दिया जाए कि इससे बदबू न फैले।